Tuesday, May 13, 2025
HomeIndiaमॉस्को में होने वाली विक्ट्री डे परेड में PM मोदी के शामिल...

मॉस्को में होने वाली विक्ट्री डे परेड में PM मोदी के शामिल होने पर सस्पेंस! भारतीय सेना की टुकड

Moscow Victory Day Parade: अगले महीने रूस की राजधानी मॉस्को में आयोजित होने वाली विक्ट्री डे परेड में भारतीय सेना के तीनों अंगों की एक साझा टुकड़ी हिस्सा लेने जा रही है. रूस की राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परेड में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण भेजा है, लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. माना जा रहा है कि पीएम की जगह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मॉस्को जा सकते हैं.

हर साल 9 मई को मॉस्को के रेड स्क्वायर पर द्वितीय विश्व युद्ध में हिटलर के जर्मनी पर विजय के उपलक्ष्य में रूस इस सैन्य परेड का आयोजन करता है. इस साल विक्ट्री डे की 80वीं वर्षगांठ है. पुतिन ने मोदी के अलावा शी जिनपिंग और डोनाल्ड ट्रंप को भी परेड में अतिथि के तौर पर निमंत्रण भेजा है.

भारत की ट्राई-सर्विस टुकड़ी ने रिहसर्ल शुरू कर दी
विक्ट्री डे परेड में हिस्सा लेने के लिए जाने भारत की ट्राई-सर्विस टुकड़ी ने रिहसर्ल शुरू कर दी है. भारतीय सेना की दिल्ली एरिया फोर्मेशन ने टुकड़ी की परेड की तस्वीरें भी जारी की है. टुकड़ी में महिला अधिकारी भी देखी जा सकती है. विक्ट्री डे परेड में भारतीय सेना की मौजूदगी हालांकि पहली बार नहीं है. साल 2020 में भी एक ट्राई-सर्विस टुकड़ी ने हिस्सा लिया था. उस दौरान भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की तरफ से परेड में प्रतिनिधित्व किया था.

सशस्त्र बलों की टुकड़ियां हिस्सा लेते हैं
विक्ट्री डे परेड में रूस के टैंक, तोप और मिसाइलों के साथ ही सशस्त्र बलों की टुकड़ियां हिस्सा लेते हैं. खुद पुतिन, सेना की मार्च-पास्ट सलामी लेते हैं और देशवासियों को संबोधित करते हैं.क्योंकि वर्ष 2022 से रूस और यूक्रेन का जंग चल रहा है, ऐसे में विक्ट्री डे परेड में वॉर-ट्रॉफी को शामिल किया जाने लगा है. पिछले साल यानी 2024 में रूस ने जंग के दौरान यूक्रेन और नाटो देशों से छीने हथियार और टैंक इत्यादि को भी शामिल किया था.

रूस का एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल भारत के दौरे पर
खास बात ये है कि इन दिनों रूस का एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल भारत के दौरे पर है. रूसी प्रतिनिधिमंडल ने राजधानी दिल्ली में राजपूताना राइफल्स के रेजिमेंटल सेंटर का दौरा किया. इस दौरान सेना के थिंक टैंक, यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूट के सैन्य इतिहास विभाग से जुड़े रिसर्च फेलो भी मौजूद थे.

Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

bet 88 com