Denis Alipov Dosti Remark in Hindi: राजधानी दिल्ली (Delhi) में सोमवार (21 नवंबर) को रूसी संस्कृति महोत्सव (Russian Culture Festival) के उद्घाटन सत्र के दौरान रूस के राजदूत डेनिस एलिपोव (Denis Alipov) ने हिंदी में एक मिसाल देकर लोगों की वाहवाही बटोरी. एलिपोव भारत में रूस के राजदूत हैं. एलिपोव ने कहा, ”देयर इज पॉपुलर सेइंग इन इंडिया- दोस्ती से ज्यादा कुछ भी नहीं होता.” उन्होंने कहा कि महोत्सव का उद्देश्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिये मानवीय रिश्तों को मजबूत करना है.
एलिपोव ने यह टिप्पणी ऐसे वक्त की है जब भारत और रूस आपसी राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं. उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के प्रसार के कारण दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान प्रभावित हुआ था. एलिपोव ने जोर देकर कहा कि महामारी के चलते दो वर्षों के ऑनलाइन आदान-प्रदान के बाद दोनों देशों के बीच आपसी सांस्कृतिक उत्सवों की परंपरा को फिर शुरू किया जा रहा है.
#WATCH | There is a popular saying in India, “Dosti se zyada kuch bhi nahi hota”. A very precise characteristic of the trusted & friendly character of Russia-India strategic partnership: Russian Ambassador Denis Alipov at the Russian Culture festival inauguration in Delhi (21.11) pic.twitter.com/KPbPWJReE9
— ANI (@ANI) November 22, 2022
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रूसी राजदूत ने आगे यह कहा
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रूसी राजदूत ने कहा, ”आज रात हम रूस-भारत के आपसी सांस्कृतिक उत्सवों की अद्भुत परंपरा को फिर से शुरू कर रहे हैं. इस साल हम भारत में तीन प्रमुख और प्रसिद्ध नृत्य और गायन समूह लाए है. इस विशेष वर्ष का महोत्सव भारत-रूस के राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर बेहद रंग बिरंगा रहेगा. यह हमारे देशों के बीच समृद्ध और विविध सांस्कृतिक संबंधों, ऐतिहासिक दोस्ती, आपसी हित, समझ और भरोसे एक बहुत ही जीवंत उदाहरण होगा.”
‘रूसी परफॉर्मेंस, जायके और संस्कृति से प्रभावित होंगे भारतीय’
रूसी संस्कृति महोत्सव दिल्ली के अलावा, कोलकाता और मुंबई में भी मनाया जाएगा. यह सोमवार को शुरू हुआ और 29 नवंबर तक चलेगा. उद्घाटन के दौरान रूसी राजदूत ने उम्मीद जताई कि भारतीय जनता रूस के फ्लेवर और संस्कृति से प्रभावित होगी. उन्होंने कहा, ”दिल्ली के बाद, यह महोत्सव कोलकाता और फिर मुंबई में चलेगा और 29 तारीख को वापस दिल्ली आएगा. मुझे पूरा यकीन है कि भारतीय जनता प्रभावित होगी और रूसी कलाकारों की परफॉर्मेंस, भोजन के स्वाद और संस्कृति का आनंद लेगी.”
प्रसिद्ध लेजिंका समूह ने दी परफॉर्मेंस
महोत्सव की शुरुआत में कलाकारों ने रूस की विशेष लोक कला का प्रदर्शन किया. रूस के अनुठे लोकनृत्य के लिए मशहूर एन्सेम्बल लेजिंका समूह ने प्रस्तुति दी. दागेस्तान के लेजिंका समूह की स्थापना 1958 में हुई थी और इसे स्टेट अकादमी सम्मान प्राप्त है. इस समूह के कलाकार 75 देशों में अपनी कला का हुनर दिखा चुके हैं. समूह लोकगीत नृत्य प्रतियोगिताओं पर आधारिक 52 विश्व प्रसिद्ध महोत्सवों में विजेता रहा है. लेजिंका पेशेवर कंपनियों के लिए कार्यक्रम करता रहा है.
बता दें कि रूसी संस्कृति मंत्रालय और भारत के विदेश मंत्रालय के अधीन भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के सहयोग से संघीय राज्य वित्त पोषित सांस्कृतिक संगठन ROSCONCERT यह महोत्सव करा रहा है.