Lok Sabha Poll 2024: साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को पुराने सहयोगी का फिर साथ मिल सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि सूबे के पूर्व सीएम और टीडीपी चीफ एन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) की बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन में वापसी हो सकती है. सबसे खास बात है कि ऐसी अटकलों के बीच बुधवार (7 फरवरी, 2024) को चंद्रबाबू नायडू का दिल्ली दौरा भी है. राष्ट्रीय राजधानी में इस दौरान उनकी मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा से होगी.
सूत्रों ने एबीपी न्यूज को इस बारे में बताया कि दोनों ही दल साथ आने के लिए राजी हो गए हैं. हालांकि, इस बारे में फिलहाल किसी प्रकार का न तो ऐलान हुआ है और न ही आधिकारिक पुष्टि की गई है. यह जरूर बताया गया कि अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ प्रस्तावित भेंट के दौरान आंध्र के पूर्व सीएम की गठजोड़ के तौर-तरीकों पर बात हो सकती है. आंध्र की कुल 25 लोकसभा सीटों में से 10 सीटें बीजेपी की ओर से मांगी गई हैं, जबकि फिलहाल इस मसले पर बातचीत जारी है. इस गठजोड़ पर आधिकारिक जानकारी बुधवार की बैठक के बाद सामने आ सकती है.
पवन कल्याण से भी मिले थे टीडीपी चीफ, 3 घंटे लंबी हुई थी बात
वैसे, इससे पहले टीडीपी सुप्रीमो एन.चंद्रबाबू नायडू और जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण की रविवार (4 फरवरी, 2024) को आंध्र प्रदेश विधानसभा और लोकसभा के आगामी चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर बात हुई थी. समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों नेता उंदावल्ली में चंद्रबाबू नायडू के आवास पर मिले थे और वहां लगभग तीन घंटे तक विस्तृत बातचीत हुई थी. ऐसा बताया गया कि दोनों पार्टियों की ओर से लड़ी जाने वाली सीटों पर व्यापक सहमति बन गई है. हालांकि, टीडीपी और जनसेना की ओर से बैठक के नतीजे पर कोई बयान नहीं आया था.
वाईएसआर कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है: नायडू
एन. चंद्रबाबू नायडू ने इससे पहले 14 जनवरी को कहा था कि आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. अंधेरा दूर हो जाएगा और राज्य में स्वर्णिम शासन आएगा. ये बातें उन्होंने जन सेना पार्टी (जेएसपी) के नेता और अभिनेता पवन कल्याण के साथ अमरावती के मंडदम में भोगी समारोह में हिस्सा लेने के दौरान कही थीं. दोनों नेताओं ने इस दौरान वाईएसआरसीपी सरकार के ‘जनविरोधी’ नीतियों को भोगी अग्नि में जलाया था.
पूर्व CM का वादा- आंध्र को 100 दिन में ‘अत्याचारी’ शासन से दिलाऊंगा मुक्ति
टीडीपी अध्यक्ष ने इससे पहले 31 दिसंबर 2023 को आंध्रवासियों को आश्वासन दिया था कि वह अगले 100 दिन में उन्हें ‘अत्याचारी’ शासन से मुक्ति दिलाएंगे. नए साल पर संदेश में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह व्यक्तिगत रूप से यह जिम्मेदारी लेंगे कि दुनिया की कोई भी ताकत तेलुगु समुदाय की प्रगति और प्रतिष्ठा के लिए किसी भी तरह की बाधा पैदा नहीं कर सकती है.
लोकसभा चुनाव 2024 के साथ होगा आंध्र का विधानसभा चुनाव
दरअसल, आंध्र प्रदेश में वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पार्टी ने 2019 में भारी बहुमत के साथ टीडीपी से सत्ता छीन ली थी. वाईएसआरसीपी ने 175 सदस्यीय विधानसभा में 151 सीटें हासिल की थीं और 25 लोकसभा सीटों में से 22 सीटों पर कब्जा जमाया था. आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव 2024 के साथ होने हैं. (एजेंसी इनपुट्स के साथ)